एक दिन यमदुत एक इन्सान के प्राण हरण करने आया, तो उस इन्सान ने कहा : मुझे आप के साथ आना पङेगा?
यमदुत : बिल्कुल.
इन्सान : क्योँ?
यमदुत : मेरे पासएक लिस्ट है,उसमे तेरा नाम सबसे ऊपर है.ईसिलिए तुझे मेरे साथ चलना पङेगा।
इन्सान: चलो अच्छा, लेकिन मेरी एक ईच्छा है कि हम यहा दोनो साथ मे खाना खाकर जायेँगेँ।
यमदुत : ठीक है। (वो इन्सान यमदुत से नजर चुराकर खाने मेँ नीँद की गोलीया मिला देता है।)
खाना खाने के बाद यमदुत को जोरदार नीँद आती है और वो वहीसो जाता है,
वो इन्सान मौके का फायदा उठाकर लिस्ट मेँ से अपना नाम उपर से काटकर सबसे नीचे लिख देता है।
जब यमदुत नीँद से उठता है तो कहता है,
हे मानव! तेरा खाना बहुत स्वादिष्ट था। मैँ तुझसे खुश हु। अब मैँ पहले तुझे नही लिस्ट मेँ सबसे नीचे वाले से जाने की शुरुआत करुंगा।
मोरल - मौत को कोई नही टाल सकता, विधि का जोलेख है, वो होकर ही रहेगा. इसलिए चिंता छोड़कर अपने आज को जीने का आनंद लीजिए।
यमदुत : बिल्कुल.
इन्सान : क्योँ?
यमदुत : मेरे पासएक लिस्ट है,उसमे तेरा नाम सबसे ऊपर है.ईसिलिए तुझे मेरे साथ चलना पङेगा।
इन्सान: चलो अच्छा, लेकिन मेरी एक ईच्छा है कि हम यहा दोनो साथ मे खाना खाकर जायेँगेँ।
यमदुत : ठीक है। (वो इन्सान यमदुत से नजर चुराकर खाने मेँ नीँद की गोलीया मिला देता है।)
खाना खाने के बाद यमदुत को जोरदार नीँद आती है और वो वहीसो जाता है,
वो इन्सान मौके का फायदा उठाकर लिस्ट मेँ से अपना नाम उपर से काटकर सबसे नीचे लिख देता है।
जब यमदुत नीँद से उठता है तो कहता है,
हे मानव! तेरा खाना बहुत स्वादिष्ट था। मैँ तुझसे खुश हु। अब मैँ पहले तुझे नही लिस्ट मेँ सबसे नीचे वाले से जाने की शुरुआत करुंगा।
मोरल - मौत को कोई नही टाल सकता, विधि का जोलेख है, वो होकर ही रहेगा. इसलिए चिंता छोड़कर अपने आज को जीने का आनंद लीजिए।